यदि हम किसी विद्यार्थी से प्रश्न करे की आपको सबसे अधिक कठिन विषय कौनसा लगता है तब उसका उत्तर गणित के विषय ही होगा, क्यूंकि आज की पीड़ी के बात करे तो स्टूडेंट्स मेहनत और कठोर परिश्रम करना नहीं चाहता और गणित एक ऐसा विषय है जब तक विद्यार्थी मेहनत नहीं करते तब तक यह समझ नहीं आता।
क्यूंकि इसमें कुछ ऐसे गणित के महत्वपूर्ण सूत्र प्रस्तुत किये गए है जो अधिक से अधिक विद्यार्थियों को गणित विषय कठिन कहने पर मज़बूर कर देते है, यदि हम कहें की गणित में सूत्र के बिना कुछ नहीं तब यह गलत नहीं होगा, क्यूंकि गणित सूत्रों के आधार पर चयनित है यदि आप इसमें सभी सूत्र ध्यान पूर्वक याद कर लेते है तब यह विषय आपके लिए अति सरल हो जाता है।
अन्य भाषाओ की तरह गणित विषय भी एक तरह का भाषा ही है जो की अंक पर आधारित होते है यानी अंको के व्यवस्था को समझ जाते है इसे सभी फार्मूला आपको अन्य भांषाओं में देखने को मिल सकते है, अंकगणित गणित सूत्र याद करना इतना कठिन नहीं जितना एक विद्यार्थी सोचता है।
ज्यादातर विद्यार्थी मैथ को एक बहुत ही कठिन, और टेंशन देने वाला विषय समझते हैं, लेकिन हर व्यक्ति को अपने स्कूल के समय में इस विषय को पढ़ना ही पड़ता है, गणित हमारे जिंदगी के लिए एक दिलचस्प और रोचक हिस्सा है जिसके बारे में नॉलेज का हो ना काफी जरूरी है, आप चाहे जितना भी नहीं चाहे लेकिन यह विषय आपको 10th की कक्षा तक अवश्य अध्यन करना है।
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Maths Formulas For in Hindi
आपके जीवन में गणित का बहुत महत्त्व है, क्यूंकि गणित एक ऐसा विषय है जो आपके जीवन के हर मोड़ पर आपका साथ देने वाला है, इसलिए कभी भी गणित को छोड़ें नहीं अक्सर विद्यार्थी 10th या 12th करने के बाद गणित के विषय को ऐसे छोड़ देते है जैसे किसी भूत से जान छुड़ाना।
आपको ऐसा नहीं करना है इस विषय का डटकर सामना करना है यदि आप जीवन में सफलता पाना चाहते है तब क्यूंकि अधिक से अधिक जॉब इसी विषय कर आधारित होती है यदि आपके अंक गणित विषय में सही है तब आपको जल्द ही जॉब मिलें के अवसर बने रहते है, इसी के साथ साथ यदि आप एक बिज़नेस कर रहे है या करना चाहते है तब गणित की नॉलेज आपके लिए रामबाड़ है।
इसीलिए अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए और गणित के विषय को समझने के लिए आपके लिए Ganit Ke Sutra in Hindi, गणित के सूत्र कक्षा 10 2021, गणित के सूत्र शायरी में, Maths Formulas in Hindi, गणित के सूत्र Class 12, Ganit Formula For 10th Class in Hindi, गणित के सूत्र कक्षा 9, Maths Formulas For 12th Class in Hindi इसी के साथ साथ गणित के महत्वपूर्ण सूत्र कक्षा 4, 5, 6, 7, 8, 9th एवं 11th आदि का संग्रह बेहद जरूरी है।
सभी विद्यार्थी इन सूत्रों को ध्यान पूर्वक देखे और समझे यदि आप यहाँ आपको कोई मारने वाला या डांटने वाला नहीं है, अपनी मर्ज़ी से यदि करे मन शांत करके सभी सूत्रों को पहले समझे उसके बाद एक एक करके प्रश्न को सूत्र के द्वारा हल कर और आगे बढ़ते जाएँ इस प्रकार आप गणित के विषय में उत्तीर्ण कर सकते है।
गणित के सभी महत्वपूर्ण सूत्र
गणित एक ऐसा विषय है जिसे अचानक कही से आप पढना शुरू करते है तो यह विषय जल्दी से समझ में नही आ सकता है गणित पढने की एक पूरी प्रक्रिया होती है जिसे फालो करके एक स्टेप से दुसरे स्टेप तक बढ़ते हुए गणित को सीखा जाता है, यदि आप गणित के कुछ सरल प्रश्नो के हल नहीं कर पा रहे जैसे Class 3, 2 एवं 1st तब पहले इन्हे हल करे उसके बाद यह सूत्रों पर ध्यान दे।
यह भी सच है कि कोई भी विषय कठिन नहीं होता है अगर आपको पढ़ाने वाला शिक्षक आपका सही मार्गदर्शन करता है व मुश्किल चीजों को आसान बनाकर प्रस्तुत करता है तो उसके लिए आपका डर खुद पर खुद कम हो जाता है। ऐसा ही कुछ गुण है गणित के शिक्षक में, जो आपके मन से मैथ्स का डर दूर करने में आपकी काफी मदद कर सकते हैं, इसलिए किसी ऐसे शिक्षक से गणित की शिक्षा प्राप्त करे जो आपको सही लगता है और उसका पढ़ाया आपको समझ आता है।
गणित के सभी सूत्र को याद करने के लिए एक थ्योरी बनाई जाती है जिसे हम एक ट्रिक्स कह सकते है यदि आप गणित विषय की कोचिंग का अध्यन कर रहे है तब आप अपने अद्ध्यापक से इसके बारे में जानकारी पा सकते है, यदि आप गणित के सूत्र याद करने का तरीका लेख के माध्यम से पाना चाहते है तब हमें टिप्पड़ी देकर बता सकते है।
गणित के सूत्र class 10
यहाँ हम आपको Maths Formula For 10th Class in Hindi के बारे में बताने जा रहे है, लेकिन यहाँ आपको 10th की कक्षा के कुछ महत्वपूर्ण सूत्र देखने को मिलेंगे जो आपकी परीक्षा में आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकते है, इसलिए यह गणित के सूत्र कक्षा 10 2021 को आप ध्यान पूर्वक देखे और समझे।
Maths Formula For Class 10
sin2 A+ cos2A= 1 sec2A– tan2A= 1 cosec2A– cot2A= 1 sin2A = 2sinAcosA = 2sinA / (1+ tan2A) cos2A = cos2A– sin2A = 2cos2A– 1 = 1– 2sin2A = (1- tan2A) / (1+ tan2A) tan2A = 2tanA / (1- tan2A) sin3A = 3sinA- 4sin3A cos3A = 4cos3A- 3cosA sin(A + B) = sinAcosB + cosAsinB sin(A – B) = sinAcosB – cosAsinB cos(A + B) = cosAcosB – sinAsinB cos(A – B) = cosAcosB + sinAsinB tan(A + B) = (tanA + tanB) / (1- tanAtanB) tan(A – B) = (tanA – tanB) / (1+ tanAtanB)2sinAcosB = sin(A+ B) + sin(A– B) 2cosAsinB = sin(A+ B) – sin(A– B) 2cosAcosB = cos(A+ B) + cos(A- B) 2cosAcosB = cos(A- B) – cos(A+ B) sinC + sinD = 2 [sin (C+ D)/2][cos (C- D)/2] sinC – sinD = 2 [cos (C+ D)/2][sin (C- D)/2] cosC + cosD = 2 [cos (C+ D)/2][cos (C- D)/2] cosC – cosD = 2 [sin (C+ D)/2][sin (D- C)/2] tan (45 + A) = (1+ tanA) / (1- tanA) tan (45 – A) = (1- tanA) / (1+ tanA) |
Maths All Formulas List in Hindi
यदि आप मैथ्स के सभी फार्मूला में संतुष्टि रखते है, तब नीचे पा सकते है यदि Maths Formulas PDF in Hindi गणित के सभी सूत्र याद करने में किसी भी प्रकार की दिक्कत सामना करना पढ़ रहा है तब हमें आप नीचे कमेंट में बता सकते है। यहाँ हम आपको गणित के सभी सूत्र हिंदी पीडीऍफ़ के माध्यम से प्रस्तुत करने जा रहे है, यह सूत्र बेहद ही महत्वपूर्ण है क्यूंकि इस लिस्ट में आपको सब ऐसे सूत्र बताये जाएंगे जो आने वाली आगामी परीक्षा में आपकी मदद करेंगे।
आयत (Rectangle) : एक आयत को एक समांतर चतुर्भुज के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जिसमें विपरीत पक्ष समान और समानांतर होते हैं। आयत को एक वर्ग कहा जाता है यदि इसके सभी पक्ष समान लंबाई के हों। एक आयात में आमने सामने की भुजाओं की लंबाई बराबर होती है।
- आयत एक चतुर्भुज है
- विपरीत पक्ष एक दूसरे के समानांतर और समान हैं
- प्रत्येक आंतरिक कोण 90 डिग्री के बराबर है
- विकर्ण एक दूसरे को काटते हैं
- दोनों विकर्णों की लंबाई समान है
- साइड ए और बी के साथ एक आयत की परिधि 2a + 2b इकाइयों के रूप में है
- साइड के साथ एक आयत a और b का क्षेत्रफल ab sin 90 = ab वर्ग इकाइयों के रूप में है
Rectangle Formula in Hindi
आयत का क्षेत्रफल = लम्बाई (l) × चौड़ाई (b) आयत का परिमाप = 2 (लम्बाई + चौड़ाई) कमरे की चार दीवारों का क्षेत्रफल = 2 (लम्बाई + चौड़ाई) × ऊंचाई |
त्रिभुज (Triangle) : तीन रेखाखण्डों से घिरी हुई समतलीय आकृति त्रिभुज कहलाती है। त्रिभुज को ∆ से निरूपित किया जाता है। एक Triangle की तीन भुजाएँ, तीन कोण और तीन शीर्ष होते हैं।
- ट्रायंगल के तीनों कोणों का योग 180° होता है।
- त्रिभुज की एक भुजा को आगे बढ़ाने पर बनने वाला बहिष्कोण दो सम्मुख अन्त:कोणों के योग के
बराबर होता त्रिभुज का बहिष्कोण किसी भी सम्मुख अन्त:कोण से बड़ा होता है। - त्रिभुज की किन्हीं दो भुजाओं का योग तीसरी भुजा से बड़ा होता है।
- त्रिभुज की कोई दो भुजाओं की मापों का अंतर, तीसरी भुजा की माप से कम होता है ।
Triangle Formula in Hindi
त्रिभुज का क्षेत्रफल – 1/2 × आधार × उचाई त्रिभुज का परिमाप – त्रिभुज के तीनों भुजाओं का योग। त्रिभुज का क्षेत्रफल – √s(s-a)(s-b)(s-c)समकोण त्रिभुज का क्षेत्रफल – 1/2 ×आधार×लम्बसमद्विबाहु त्रिभुज का क्षेत्रफल – a/4× √4b² – a² समद्विबाहु त्रिभुज का परिमाप – √2 × भुजा ( √2 + 1) समबाहु त्रिभुज का क्षेत्रफल – √3/4 × (भुजा)² आयत का क्षेत्रफल – लम्बाई × चौड़ाई वर्ग का क्षेत्रफल – भुजा × भुजा समांतर चतुर्भुज का क्षेत्रफल – आधार × उचाई समचतुर्भुज का क्षेत्रफल – आधार × उचाई समलम्ब चतुर्भुज का क्षेत्रफ़ल – 1/2 × समांतर भुजाओं का योग × ऊँचाई। |
वर्ग (Square) : चार भुजाओं से घिरी वह बंद आकृति जिसकी चारों भुजाएं एक दुसरें से बराबर हों तथा चारों कोण समकोण यानी 90 डिग्री के हों, वह वर्ग कहलाता है।
- Varg चतुर्भुज का एक भाग है.
- इसमें चार कोण, चार शीर्ष एवं चार भुजा होती है.
- दो विकर्ण भी होते है जो वर्ग की सबसे बड़ी भुजा होती है.
- प्रत्येक कोणों का योग 360° होता है.
- चारों भुजाओं की लम्बाई आपस में बराबर होता है.
- प्रत्येक कोण समकोण होता है.
- विकर्ण एक दुसरें को समद्विभाग करते है.
- आमने सामने की भुजाएं बराबर और समांतर होती हैं।
Varg Formula in Hindi
वर्ग का क्षेत्रफल = (भुजा)2 (विकर्ण)2 |
वर्ग के विकर्ण का सूत्र
पाईथागोरस प्रमेय से, लम्ब = विकर्ण
(कर्ण)2 = (लम्ब)2 + (आधार)2 विकर्ण = a √2 |
वृत्त (Circle) : वह घिरा हुआ तल, जो एक निश्चित बिंदु से हमेशा समदूरस्थ होता है, वह वृत्त कहलाता है. अर्थात, किसी निश्चित बिंदु से समान दूरी पर स्थित बिंदुओं का बिन्दुपथ, वृत्त कहलाता है।
परिधि : उस वक्त रेखा की लंबाई को जिस पर्वत का निर्माण करने वाले सभी बिंदु स्थित होते हैं। वृत्त की परिमाप या परिधि कहलाती है। वृत्त की त्रिज्या r हो तो वृत्त की परिधि का सूत्र = 2πr होगी।
- वृत्त के एक बिन्दु पर केवल एक ही स्पर्श रेखा होती है.
- किसी वृत्त की स्पर्श रेखा छेदक रेखा की एक विशिष्ट स्थिति है.
- वृत्त के अंदर स्थित किसी बिन्दु से जाने वाली रेखा स्पर्श रेखा नहीं होती है.
- किसी बाह्य बिदु से वृत्त पर केवल दो स्पर्श रेखाएँ खिंची जा सकतीं हैं.
- बराबर वृत्तों के दो चापो की लम्बाईयो में वही अनुपात होता हैं। जो उनके संगत केंद्रीय कोणों से होता हैं।
Circle Formula in Hindi
वृत्त का क्षेत्रफल = πr2 वृत्त की परिधि = 2πr त्रिज्याखण्ड का क्षेत्रफल (चाप AB) × r (जहां θ = केंद्रीय कोण) संकेंद्रीय वृत्तों के वलय का क्षेत्रफल = π (r2 – r2) अर्द्धवृत्त का परिमाप = (π + 2) r |
घन (Cube) : घन एक त्रिआयामी आकृति होती है जिसकी लम्बाई, चौड़ाई तथा ऊंचाई समान होती है अर्थात जिसकी लम्बाई, चौड़ाई, ऊँचाई समान होती हैं, उसे घन कहते हैं।
- घन के छः फलक होते हैं एवं इन फलकों को घन का शीर्ष भी कहा जाता है।
- हर एक फलक के चार भुजाएं होती हैं एवं इनके चार भीतरी कोण समकोण होते हैं।
- एक घन में बारह किनारे होते हैं। किनारे फलकों की भुजाएं होती हैं।
- एक घन के बारह के बारह किनारे समान लम्बाई के होते हैं।
- शीर्ष वह कोना होता है जहां तीन रेखाएं जो कि एक घन के किनारे होते हैं वे आकर मिलते हैं।
- फलक विकर्ण वे रेखा खंड होते हैं जो विपरीत शीर्षों को जोड़ते हैं।
- हर एक फलक के किनारे के दो विकर्ण होते हैं तो कुल 12 विकर्ण होते हैं।
Cube Formula in Hindi
घन के सम्पूर्ण पृष्ठ का क्षेत्रफल – 6 × भुजा ² घन का आयतन – भुजा ³ घन के वकरपृष्ठ का क्षेत्रफ़ल – 4 × भुजा² घन का विकर्ण – √3× भुजा² |
घनाव (Cuboid) : घनाभ एक ऐसी त्रिआयामी(3d) आकृति है जिसके 6 आयताकार फलक होते हैं। यह भी त्रिआयामी आकृति होती है जिसकी लम्बाई, चौड़ाई तथा ऊंचाई समान नहीं होती है।
- एक घनाभ के सभी कोण समकोण होते हैं।
- इसके सभी फलक आयताकार होते हैं।
- एक घनाभ के छः फलक होते हैं।
- सभी फलकों का आयताकार होने से तात्पर्य हैं कि हर फलक के जो चार आयाम होते हैं।
- यदि width एवं length बराबर हो जाए तब यह ये एक वर्ग हो जाएगा।
Cuboid Formula in Hindi
घनाभ के सम्पूर्ण पृष्ठ का क्षेत्रफल – 2( लम्बाई × चौडाई + चौड़ाई × उचाई + उचाई × लम्बाई ) घनाभ का आयतन – लम्बाई × चौड़ाई × उचाई घनाभ की लंबाई – आयतन/ चौडाई × उचाई घनाभ की चौडाई – आयतन / उचाई × लम्बाई घनाभ की उचाई – आयतन / लम्बाई × चौडाई। घनाभ का विकर्ण – √(लंबाई)²+ (चौडाई)² +( उचाई )² |
बेलन (Cylinder) : गणितीय ज्यामिति में, बेलन एक ऐसी त्रिआयामी ठोस आकृति है जिसमें पार्श्व पृष्ठ वक्र के साथ-साथ बेलन के सिरे पर दो समान त्रिज्या के वृत्ताकार होते हैं. सामान्यतः बेलन को एक रोलर या गिलास के रूप में देखा जा सकता है।
- बेलन की त्रिज्या m गुणित की जाए, तो आयतन m2 गुनी हो जाती है।
- बेलन की ऊंचाई h इन दो आधारो के बीच लम्बवत दूरी होती है।
- एक बेलन का आयतन निकलते समय उसकी ऊंचाई ज्ञात करना बहुत ज़रूरी होता है।
- बेलन की त्रिज्या r दोनों वृतों की त्रिज्या होती है।
- लम्बवृतीय बेलन में कुल तीन सतह होते है तथा दो वृताकार सतह एवं बिच का घेरा वक्र सतह होता है।
Cyclinder Formula in Hindi
बेलन का आयतन – आधार का क्षेत्रफ़ल × उचाई बेलन का वकरपृष्ठ – 2 πrh बेलन का सम्पूर्ण पृष्ठ – 2πrh + 2πr²शंकु की तिरछी ऊँचाई – √( शंकु की उचाई ) ²(शंकु की त्रिज्या)² शंकु का आयतन – 1/3 × आधार का क्षेत्रफल × ऊँचाई शंकु का पृष्ठ – πrl शंकु का सम्पूर्ण पृष्ठ – πr(l+r)गोला का आयतन – 4/3 πr³ गोले का वकरपृष्ठ – 4 πr ² अर्धगोले का आयतन – 2/3 πr ³ अर्धगोले का पृष्ठ – 2πr² अर्धगोले का सम्पूर्ण पृष्ठ – 3π r ² |
अंतिम शब्द :
अंत में हम आपसे यही कहंगे की इन सभी फार्मूला को आप ध्यान पूर्वक याद करे, यह महत्वपूर्ण गणित के सभी महत्वपूर्ण फार्मूला है, गणित का हर सवाल आप सूत्र द्वारा हल कर सकते है, इसलिए अधिक से अधिक परीक्षा के समय इन सभी फार्मूला को अवश्य देखे, यदि आपके परीक्षा में यह आपके लिए महत्वपूर्ण रहे तब यहाँ कमेंट करके अवश्य बताएं हमें आपका इंतज़ार रहेगा।
हम आशा करते है की आपको यह सभी गणित के महत्वपूर्ण सूत्र आये होंगे एवं आपके लिए महत्वपूर्ण रहे होंगे, यदि हाँ तब अपने मित्र एवं अन्य के साथ अवश्य शेयर करे हमें खुसी होगी, यदि इनमे कोई भी गणित का महत्वपूर्ण फार्मूला रह गया हो हमें कमेंट में अवश्य बताएं हम उसको इन लिस्ट में जरूर जोड़ेंगे।
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Thanks 🙏🙏
Himanshu
गणित के फार्मूला याद करने जे लिए बढिया पोस्ट
NICE POST
GOOD POST